धीमी -धीमी हवा की सरसराहट ,
खिले अधखिले फूलों की तरावट,
उन पर घूमती तितलियों की नज़ाकत,
चिड़ियों की मीठी चहचहाहट,
बारिश से भीगी मिट्टी की सोंधाहट
नंगे पाँव घास पर चलने से
शरीर की सुगबुगाहट,
महसूस कर
प्रकृति की ये सब बनावट ,
और कर एहसास
चारो ओर है बस
एक उस प्रभु
की ही तो गुनगुनाहट.............
खिले अधखिले फूलों की तरावट,
उन पर घूमती तितलियों की नज़ाकत,
चिड़ियों की मीठी चहचहाहट,
बारिश से भीगी मिट्टी की सोंधाहट
नंगे पाँव घास पर चलने से
शरीर की सुगबुगाहट,
महसूस कर
प्रकृति की ये सब बनावट ,
और कर एहसास
चारो ओर है बस
एक उस प्रभु
की ही तो गुनगुनाहट.............
bilkul sach.......
ReplyDeletebahut badiya Anu!
ReplyDelete'Khuda Kudarat hai' aisa Quran men bhi likha hai ....... oh you have expressed it so beautifully in your creation 'prabhu'..... par aisa expression bhi to Prabhu ka hi ho sakata hai....... I pray for GOD to bless you forever with his light !!!!!
ReplyDelete