Friday, 4 October 2013

मेरा चेहरा

मैं हर रोज एक नया चेहरा लगा लेती हूँ ,
दिल पर पाबंदियाँ और पहरे लगा लेती हूँ,

एक चेहरा जो झूमता है, गाता है
ज़िन्दगी मे हर कदम पर कहकहे लगता है
एक चेहरा उदास रहा करता है ,
ज़िन्दगी मे हर गम चुपचाप सहा करता है ,

एक चेहरा  ख्वाब देखा करता करता है
कांटे  नहीं बस गुलाब देखा करता है
एक चेहरा हकीकत की खबर रखता है
फूलों के साथ काँटों पर नज़र रखता है

एक चेहरा ,जिसे संस्कारों ने पाला है
उसके इर्दगिर्द आदर्शो का जाला है
उसूलों और ईमान की बाते किया करता है
हर वक्त ज्ञान की बातें किया करता है,
 विद्रोह पनपता है एक चेहरे मे
एक आग सुलगती है कहीं गहरे मे
जो सारी परम्पराओ को तोडना चाहती है
हवाओ का रुख मोड़ना चाहती है

यदि इनमे से कोई चेहरा
तुम्हें भाया है
तो वो मैं नहीं सिर्फ  मेरा साया है
मैं तो हर रोज़
नया चेहरा लगा लेती हूँ
दिल पर पाबन्दियाँ और पहरे लगा लेती हूँ.........

3 comments:

  1. Excellent........ Aisa lagta hai mere man ki hi baat ho. superb.......Babita

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  2. Dil ko choo gayi...No words ....just superb

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  3. EXCELLENT EXCELLENT EXCELLENT.............

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