बिहार हूँ मैं
बिहार हूँ मैं
जन्म सीता का हुआ जहाँ
वो पावन पहचान हूँ मैं
हाँ ,बिहार हूँ मैं!
महावीर,गौतम का जन्म स्थान
जैन,बौद्ध धर्म का गहरा निशान हूँ मैं
गुरु गोविंद सिंह की जन्मभूमि
वो स्थान हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
मेरी मिट्टी से निकला
खगोल,गणित का ज्ञान
विद्वानों का अनुसंधान
दिया आर्यभट्ट ने ये
उनका ऋणी हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
पाणिनि का व्याकरण
सबने किया जिसका
अनुकरण,अनुसरण
वो महेश्वर का सूत्र हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं
वात्सायन का कामसूत्र
अश्वघोष का दर्शन हूँ मैं
कवि मन का गीत
उन्मुक्त छंद हूँ मैं
गौरवमय इतिहास हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
अशोक का शौर्य हूँ मैं
चंद्रगुप्त मौर्य हूँ मैं
चाणक्य की नीति
दे रहा गवाही
विश्व जिसकी
वो राजनीति हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
वैशाली,नालंदा का इतिहास हूँ मैं
वैभव,ज्ञान,संस्कृति का प्रमाण हूँ मैं
कोसी,सोन,गंगा,गंडक
की निनाद हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
गौरव हूँ मैं
गौरवान्वित हूँ
पहला राष्ट्रपति बना
इस माटी से
इस सम्मान से
सम्मानित हूँ
एक नहीं कई लाल हैं
चमकते जो मेरे भाल हैँ
सबके यश,कीर्ति का
मिसाल हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
विद्यापति का गीत
दिनकर की कविता हूँ
नागार्जुन,रेणु, बेनीपुरी
जैसे विद्वानों की विद्वता हूँ
एक अद्भुत गान हूँ मैं
गुणमय पुरखों का
सम्मान हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
बनाये रखो सम्मान मेरा
न टूटने पाये अभिमान मेरा
बीते दिनों की शान केवल,
ऐसा नहीं,
राष्ट्र का वर्तमान हूँ मैं
श्रम बने सम्मान मेरा
प्रगति हो अभिमान मेरा,
जन-जनों के मन की आशा
बस इतनी सी मेरी अभिलाषा
इन्द्रधनुष विशाल हूँ मैं
आपका बिहार हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
बिहार हूँ मैं
जन्म सीता का हुआ जहाँ
वो पावन पहचान हूँ मैं
हाँ ,बिहार हूँ मैं!
महावीर,गौतम का जन्म स्थान
जैन,बौद्ध धर्म का गहरा निशान हूँ मैं
गुरु गोविंद सिंह की जन्मभूमि
वो स्थान हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
मेरी मिट्टी से निकला
खगोल,गणित का ज्ञान
विद्वानों का अनुसंधान
दिया आर्यभट्ट ने ये
उनका ऋणी हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
पाणिनि का व्याकरण
सबने किया जिसका
अनुकरण,अनुसरण
वो महेश्वर का सूत्र हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं
वात्सायन का कामसूत्र
अश्वघोष का दर्शन हूँ मैं
कवि मन का गीत
उन्मुक्त छंद हूँ मैं
गौरवमय इतिहास हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
अशोक का शौर्य हूँ मैं
चंद्रगुप्त मौर्य हूँ मैं
चाणक्य की नीति
दे रहा गवाही
विश्व जिसकी
वो राजनीति हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
वैशाली,नालंदा का इतिहास हूँ मैं
वैभव,ज्ञान,संस्कृति का प्रमाण हूँ मैं
कोसी,सोन,गंगा,गंडक
की निनाद हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
गौरव हूँ मैं
गौरवान्वित हूँ
पहला राष्ट्रपति बना
इस माटी से
इस सम्मान से
सम्मानित हूँ
एक नहीं कई लाल हैं
चमकते जो मेरे भाल हैँ
सबके यश,कीर्ति का
मिसाल हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
विद्यापति का गीत
दिनकर की कविता हूँ
नागार्जुन,रेणु, बेनीपुरी
जैसे विद्वानों की विद्वता हूँ
एक अद्भुत गान हूँ मैं
गुणमय पुरखों का
सम्मान हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
बनाये रखो सम्मान मेरा
न टूटने पाये अभिमान मेरा
बीते दिनों की शान केवल,
ऐसा नहीं,
राष्ट्र का वर्तमान हूँ मैं
श्रम बने सम्मान मेरा
प्रगति हो अभिमान मेरा,
जन-जनों के मन की आशा
बस इतनी सी मेरी अभिलाषा
इन्द्रधनुष विशाल हूँ मैं
आपका बिहार हूँ मैं
हाँ बिहार हूँ मैं!
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